बीते एक साल के दौरान फिक्स डिपॉजिट के बदले कर्ज का आकार 46 फीसद से ज्यादा बढ़ा है.
बैंक FD के बदले लिया गया लोन पर्सनल लोन या बिजनस लोन के मुकाबले काफी सस्ता पड़ता है. ज्यादातर बैंक लोन देते वक्त FD के उपर सिर्फ 1 से 1.5 फीसद ज्यादा ब्याज लेते हैं. इस लिहाज से ये लोन इन्हें सिर्फ 8 या 9 फीसद की ब्याज दरों पर मिल जाता है. वहीं महंगे लोन के इस दौर में पर्सनल लोन की ब्याज दरें दहाई के अंकों में पहुंच चुकी हैं.
क्युमुलेटिव (संचयी) डिपॉजिट पर ब्याज तिमाही चक्रवृद्धि और परिपक्वता पर भुगतान किया जाएगा. आम जनता के लिए ब्याज दरें 7% से 8% के बीच हैं.
FD rates: बीते हफ्ते दो सरकारी बैंक और एक निजी बैंक के साथ, कैनरा बैंक ने भी अपने एफडी रेट में बदलाव किया है.
एक निवेशक को अपना पैसा एक स्पेसिफिक मैच्योरिटी पीरियड तक पार्क करने की अनुमति देता है. ये समय सीमा 7 दिनों से लेकर 3,650 दिनों तक हो सकती है.
FD स्कीम को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), एचडीएफसी (HDFC) बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) ने 30 सिंतबर, 2021 तक बढ़ाया.
एक मिस्क कॉल या SMS के जरिए आप पर्सनल लोन ले सकते हैं. SBI ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ग्राहकों को इस लोन से जुड़ी जानकारी दी है.
FD की मियाद पूरी होने पर अगर खाताधारक अपनी राशि नहीं निकालता है, तो आगे की अवधि के लिए उसे एफडी से कम ब्याज मिलेगा.
FD: फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) निवेश का सबसे अच्छा साधन माना जाता है. सभी बैंकों में एफडी पर अलग-अलग ब्याज दर होती है.
नई FD में निवेश करने से पहले आपको इसके टेन्योर के बारे में पता होना चाहिए. आमतौर पर FD का टेन्योर 7 दिन से लेकर 10 साल तक होता है.